इरुपु वॉटर फॉल्स : ताजगी का एहसास

    इरुपु वॉटर फॉल्स की सुन्दरता का कोई जोड़ नहीं। जी हां, वनस्पतियों एवं पथरीली चट्टानों से घिरा इरुपु वॉटर फॉल्स एक शानदार पिकनिक स्पॉट है। 

   शांत एवं शीतलता प्रदान करने वाला यह फॉल्स कर्नाटक के कोडागु (कुर्ग) में स्थित है। चौतरफा फैले वनस्पतियों के वन क्षेत्र से परिवेश सुगंध से आच्छादित रहता है। जिससे पर्यटक भरपूर आक्सीजन का एहसास करते हैं। इरुपु वॉटर फॉल्स को लक्ष्मण तीर्थ के नाम से भी जाना पहचाना जाता है। 

   वस्तुत: यह वॉटर फॉल्स कावेरी नदी की सहायक नदी लक्ष्मण नदी का हिस्सा है। दक्षिणी कोडागु स्थित यह वॉटर फॉल्स चौतरफा सघन वन क्षेत्र से घिरा है।
   इरुपु वॉटर फॉल्स का एरिया ब्राह्मगिरी चोटी तक माना जाता है। इरुपु वॉटर फॉल्स की सुरम्यता एवं शीतलता पर्यटकों को मुग्ध कर देती है।

   विशेषज्ञों की मानें तो इरुपु वॉटर फॉल्स एक धार्मिक एवं तीर्थ स्थल है। इरुपु वॉटर फॉल्स के निकट शिव मंदिर, रामेश्वर मंदिर एवं लक्ष्मण मंदिर हैं। लक्ष्मण नदी को स्थानीयता में लक्ष्मण तीर्थ नदी के रूप में मान्यता है। इरुपु वॉटर फॉल्स वस्तुत: कई चरणों में दिखता है।

   विशेषज्ञों की मानें तो इरुपु वॉटर फॉल्स कावेरी नदी की एक विहंगम धारा से प्रस्फुटित होता है। इरुपु वॉटर फॉल्स को कर्नाटक के सर्वश्रेष्ठ झरनों में से गिना जाता है। 
  पौराणिक कथानक की मानें तो मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम एवं लक्ष्मण सीता की खोज में ब्राह्मगिरि पर्वत श्रंखला का भ्रमण किया था।

   पानी पीने की इच्छा होने पर लक्ष्मण ने ब्रह्मगिरि की पहाड़ी पर तीर चलाया था। जिससे लक्ष्मण तीर्थ नदी का उद्भव हुआ। लिहाजा इस स्थान की धार्मिक मान्यता है। 
  महाशिवरात्रि पर्व पर इरुपु वॉटर फॉल्स पर भव्य-दिव्य मेला का आयोजन होता है। जिसमें बड़ी तादाद में श्रद्धालु एवं पर्यटक जुटते हैं। 

   ब्रह्मगिरि पर्वत इरुपु वॉटर फॉल्स का प्रवेश द्वार है। लिहाजा ब्राह्मगिरि पर्वत से ही वॉटर फॉल्स का सुरम्य क्षेत्र प्रारम्भ हो जाता है। चौतरफा सघन वन क्षेत्र एक शांत एवं शीतलता परिवेश प्रदान करते हैं।

   परिवेश ऐसा कि जैसे फेफड़ों को पंख लग जाते हों। एक सुखद ताजगी का एहसास होता है। वनस्पतियों एवं फूलों की सुगंध मन मस्तिष्क को प्रफुल्लित कर देती है। इरुपु वॉटर फॉल्स भ्रमण का शानदार एवं बेहतरीन समय अगस्त से जनवरी का होता है।

   पौराणिक मान्यता है कि इरुपु वॉटर फॉल्स में स्नान करने से पाप से मुक्ति मिलती है। मान्यता है कि आत्मा एवं शारीरिक शुद्धिकरण का स्थान है। रमणीय इरुपु वॉटर फॉल्स को देख कर मुग्ध होना स्वाभाविक है। लिहाजा इरुपु वॉटर फॉल्स में समय का गुजरना पता ही नहीं चलता है।

   पर्यटक इरुपु वॉटर फॉल्स भव्यता-दिव्यता के साथ ही आध्यात्मिक शांति भी हासिल करते हैं। करीब 170 फुट की ऊंचाई से गिरने वाले इस वॉटर फॉल्स के पीछे असंख्य किवदंतियां प्रचलित हैं। इरुपु वॉटर फॉल्स एवं उसके आसपास चाय एवं कॉफी के बागान भी हैं। 

   लिहाजा चाय एवं कॉफी की भीनी-भीनी सुगंध मन मस्तिष्क को एक खूशबूदार ताजगी प्रदान करती है। इरुपु वॉटर फॉल्स भले ही कर्नाटक के कोडागु जिला के तहत स्थित हो लेकिन वस्तुत यह केरल के वायनाड जिला के सन्निकट है। पर्यटक यहां से एक अद्भुत ताजगी के साथ लौटते हैं।
   इरुपु वॉटर फॉल्स की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट कोझिकोड है। कोझिकोड एयरपोर्ट से इरुपु वॉटर फॉल्स की दूरी 145 किलोमीटर है। निकटतम रेलवे स्टेशन मैसूर जंक्शन है। मैसूर रेलवे स्टेशन से इरुपु वॉटर फॉल्स की दूरी करीब 110 किलोमीटर है। पर्यटक सड़क मार्ग से भी इरुपु वॉटर फॉल्स की यात्रा कर सकते हैं।
12.435230,75.733580

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