Posts

Showing posts from May, 2018
Image
तीरथगढ़ वॉटर फॉल्स: रमणीक स्थल     छत्तीसगढ़ का तीरथगढ़ वॉटर फॉल्स देश के शीर्ष फॉल्स में है। सुगंधित वनस्पतियों से घिरा यह वॉटर फॉल्स छत्तीसगढ़ की शान भी माना जाता है।      करीब 60 फुट ऊंचाई से गिरने वाला जल एक खास रोमांच पैदा करता है। जगदलपुर से करीब 35 किलोमीटर दूर मुनगा-बहार नदी पर यह वॉटर फॉल्स स्थित है।    जगदलपुर से दक्षिण-पश्चिम दिशा में करीब 35 किलोमीटर दूर स्थित यह वॉटर फॉल्स विशिष्टताओं से भरा है। करीब 168 मीटर चौड़ाई वाला यह फॉल्स एक अति सुन्दर एवं विहंगम दृश्य उत्पन्न करता है। यह एक अति मनोरम एवं रमणीक स्थल है।      फॉल्स का जल नीचे आकर एक जलधारा में परिवर्तित होकर 20 मीटर गहरे कुण्ड में गिरता है। गजब की सुन्दरता वाला तीरथगढ़ वॉटर फॉल्स धार्मिक स्थान की भी मान्यता रखता है। सुगंधित मूल्यवान वनस्पतियां पर्यटकों को एक ताजगी से भर देती हैं।      भगवान शिव एवं पार्वती जी के मंदिर एवं मनोहर दृश्य पर्यटकों-सैलानियों को बरबस आकर्षित करते हैं। इस क्षेत्र में वॉटर फॉल्स की एक लम्बी श्रंखला है। तीरथगढ़...
Image
चित्रकोट वॉटर फॉल्स: इन्द्रधनुषी छटा       छत्तीसगढ़ के चित्रकोट वॉटर फॉल्स की सुन्दरता का कोई जोड़ नहीं। छत्तीसगढ़ के बस्तर जिला स्थित चित्रकोट वॉटर फॉल्स को देखने एवं जलक्रीड़ा का आनन्द लेने देश-दुनिया के पर्यटक आते हैं।     घोड़े की नाल के आकार का यह वॉटर फॉल्स बस्तर में जगदलपुर से करीब 39 किलोमीटर दूर है। करीब 100 फुट ऊंचाई से गिरने वाले इस वॉटर फॉल्स की छटा इन्द्रधनुषी है।      करीब 100 फुट शीर्ष से नीचे गिरने वाले इस फॉल्स की गर्जना बेहद रोमांचक होती है। छत्तीसगढ़ का यह एक अति सुन्दर पिकनिक स्पॉट है। इसकी चौड़ाई एवं व्यापकता देखते ही बनती है।     इसकी चौड़ाई करीब 300 मीटर है। चित्रकोट वॉटर फॉल्स को देश का नियाग्रा फॉल्स भी कहा जाता है। इस वॉटर फॉल्स का उद्भव इन्द्रावती नदी से है। इन्द्रावती नदी ओडिशा के कालीहांडी से प्रवाहित होकर विंध्य क्षेत्र से होते हुये जगदलपुर से गुजरती है। जुलाई से अक्टूबर की अवधि में इसका सुन्दर नजारा दिखता है।      फोटोग्राफी के लिए यह एक सुन्दर स्थान है। फॉल्स की...
Image
ककोलत वॉटर फॉल्स: जल का रोमांच      वॉटर फॉल्स की शीतलता एक अलग ही आनन्द प्रदान करती है। वॉटर फॉल्स में स्नान करना हो या फिर जलक्रीड़ा का लुफ्त उठाना हो खास तौर से गर्मियोें में सैर-सपाटा करना चाहिए।     बिहार के नवादा जिला स्थित ककोलत वॉटर फॉल्स को देश के चुनिंदा वॉटर फॉल्स में गिना जाता है। ककोलत वॉटर फॉल्स की सुन्दरता एवं शीतलता पर्यटकों के मन-मस्तिष्क को पुलकित एवं प्रफुल्लित कर देती है।     खूबसूरत पहाड़ी के निकट स्थित ककोलत वॉटर फॉल्स जलक्रीड़ा का एक पसंदीदा क्षेत्र है। करीब 160 फुट ऊंचाई से नीचे गिरता जल निश्चय ही एक रोमांच पैदा करता है।     ककोलत वॉटर फॉल्स पौराणिक संदर्भ से भी ताल्लुक रखता है। पौराणिक कहावत है कि त्रेता युग में एक राजा को ऋषि ने श्राप दिया था। श्राप के कारण राजा अजगर बन गया था। अजगर के रूप में राजा यहीं प्रवास करने लगा।       द्वापर युग में पाण्डव वनवास की अवधि में कुछ समय के लिए यहां आये थे। पाण्डव के आशीर्वाद से राजा को इस यातना से मुक्ति मिली थी। श्राप से मुक्त हो...